कबाड़ गोदाम में धमाके के बाद लगी आग, कबाड़ को कंप्रेशर मशीन में दबाते समय हुआ हादसा,नौ मजदूर झुलसे
कानपुर में जूही राखी मंडी स्थित कबाड़ गोदाम में सुबह एक के बाद एक हुए कई धमाकों के साथ आग लग गई। कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले आग चारों ओर फैल गई। वहां काम कर रही एक महिला समेत नौ मजदूर झुलस गए। धमाके और चीख पुकार की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना देकर घायलों को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया। मौके पर पहुंची दमकल की दो गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।
बेकनगंज निवासी रिजवान का जूही राखी मंडी में कबाड़ गोदाम है। गोदाम में कबाड़ को कंप्रेसर मशीन से दबाने का काम होता है। रोजाना की तरह सुबह भी काम हो रहा था। करीब साढ़े 11 बजे तेज धमाका हुआ और गोदाम में आग लग गई। आग की वजह से वहां रखे कबाड़ में एक के बाद एक करीब एक दर्जन धमाके हुए। इस दौरान किदवईनगर नटवन टोला निवासी मीना, गोविंदनगर कच्ची बस्ती निवासी कमल, राखी मंडी निवासी समर, फजलगंज निवासी सिराज, पप्पू, फतेहपुर के खरिया हसवां गांव निवासी अफसर, मध्यप्रदेश के सागर जिले के देवरी निवासी अरविंद, बेकनगंज निवासी मेराज, रेहान झुलस गए।
आसपास के लोगों ने अग्निशमन उपकरण लेकर आग बुझाने के साथ सभी मजदूरों को बाहर निकाला और किदवईनगर स्थित भार्गव अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। कबाड़ गोदाम के सामने स्थित एक कारखाने के मैनेजर नितिन केसरवानी ने बताया कि उन्होंने कंट्रोल रूम पर सूचना दी। मौके पर दमकल की दो गाड़ियां पहुंची और दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पा लिया। इस दौरान अस्पताल में मरीजों को देखने एसीएम प्रथम आकांक्षा गौतम, एसीपी बाबूपुरवा संतोष सिंह,एसीपी नौबस्ता अभिषेक शुक्ला पहुंचे।
मीना और मेराज की हालत गंभीर बताई जा रही है। अन्य झुलसे मजदूरों को भी बेहतर उपचार के लिए प्रशासन ने भार्गव अस्पताल से उर्सला भेज दिया। अफसरों का कहना था कि चूंकि हैलट में बर्न यूनिट नहीं थी, इस वजह से उर्सला में ही भर्ती कराया गया।
आग और धमाके की चपेट में आने वाले घायलों ने बताया कि सबकुछ इतनी तेजी से हुआ कि कुछ समझ नहीं आया। घायल समर ने बताया कि वह सभी कंप्रेसर में कचरा छांटकर डाल रहे थे। अचानक एक जोरदार धमाका हुआ और फिर आग की बहुत ऊंची लपट उठी, जिससे वहां मौजूद सभी लोग झुलस गए। सिराज ने बताया कि धमाका होते ही सिर्फ मेराज पर नजर पड़ी जिसकी पैंट से आग की लपटें उठ रहीं थीं। फिर एक के बाद एक और धमाके शुरू हुए तो सब जान बचाने के लिए चिल्लाते हुए बाहर की ओर भागे।