भारतीय मूल की वैज्ञानिक जॉयिता गुप्ता को मिलेगा डच विज्ञान में सर्वोच्च सम्मान

नई दिल्ली। भारतीय मूल की वैज्ञानिक जॉयिता गुप्ता को डच विज्ञान में सर्वोच्च सम्मान स्पिनोजा पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस पुरस्कार को ‘डच नोबेल पुरस्कार’ भी कहा जाता है। यह पुरस्कार डच अकादमिक क्षेत्र में सर्वोच्च पुरस्कार है और हर साल नीदरलैंड में काम करने वाले उन शोधकर्ताओं को दिया जाता है जो अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार दुनिया भर में सबसे अच्छे शोध करते हैं।

एम्स्टर्डम विश्वविद्यालय के बयान में कहा गया है कि उन्हें उनके उत्कृष्ट, अग्रणी और प्रेरक वैज्ञानिक कार्यों के लिए सम्मानित किया गया है।

जॉयिता गुप्ता को वैज्ञानिक अनुसंधान और ज्ञान उपयोग से संबंधित गतिविधियों पर खर्च करने के लिए 15 लाख यूरो मिलेंगे। आधिकारिक प्रस्तुति चार अक्तूबर को होगी

जॉयिता गुप्ता एम्स्टर्डम विश्वविद्यालय में ग्लोबल साउथ में पर्यावरण और विकास की प्रोफेसर हैं साथ ही पृथ्वी आयोग की सह-अध्यक्ष भी हैं। बयान के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर ‘इको-स्पेस’ (पर्यावरण उपयोग स्थान) साझा करने पर 2014 में अपने उद्घाटन व्याख्यान में प्रस्तुत विचारों को लागू करने की दिशा में काम करने के लिए वह पुरस्कार राशि का उपयोग करने की योजना बना रही है।

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