अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पर शोध छात्रा ने किया केस, अश्लील मांग करने का लगाया आरोप
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइल्ड लाइफ साइंस विभाग के प्रोफेसर पर शोध छात्रा ने गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। छात्रा का आरोप है कि प्रोफेसर ने शोध पत्र जमा करने के नाम पर उससे अश्लील मांग की और विरोध करने पर अभद्रता करते हुए शोध पत्र मंजूर न करने की धमकी दी। इससे आहत छात्रा ने डीजीपी-एसएसपी को ऑनलाइन शिकायत भेजी जिसका संज्ञान लेते हुए जिला पुलिस ने छात्रा को बुलाया और तहरीर लेकर महिला थाने में मुकदमा दर्ज किया है।
मूल रूप से बदायूं जनपद की छात्रा के अनुसार गेट की परीक्षा पास करने के बाद एएमयू में दाखिला लिया और प्रोफेसर अफीफुल्ला खान की देखरेख में वह पीएचडी कर रही है। पांच वर्ष तक कड़ी मेहनत करते हुए उसने बेशकीमती ब्योरा संकलित किया और शोध पत्र तैयार किया। यह शोध पत्र 6 माह पूर्व दाखिल करने के लिए जमा किया था। इस पर पर्यवेक्षक प्रोफेसर अफीफुल्ला खान और विभाग के अन्य सदस्यों द्वारा कोई टिप्पणी नहीं की गई थी।
पर्यवेक्षक ने मौखिक रूप से कहा कि शोध पत्र प्रस्तुत करने योग्य नहीं है। वह इस पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे। छात्रा का आरोप है कि पर्यवेक्षक उस पर बुरी नजर रखते हैं। अकेले में बुलाने का प्रस्ताव रखते हैं। मौखिक रूप से आसपास होने पर कई बार कपड़ों, शारीरिक बनावट आदि को लेकर अश्लील टिप्पणी भी की है। प्रोफेसर ने शोध पत्र मंजूरी के नाम पर अश्लील प्रस्ताव रखा, जिसका विरोध किया तो उन्होंने उसे जमा करने से साफ मना कर दिया। इसी प्रयास में एक व दो मई को प्रोफेसर से संपर्क किया गया। मगर, उन्होंने बेइज्जत करते हुए अपने कमरे से बाहर निकाल दिया।
इस संबंध में विवि प्रशासन से शिकायत की गई, मगर संज्ञान नहीं लिया गया। बाद में डीजीपी, एसएसपी को ऑनलाइन शिकायत भेजी है। इस शिकायत का संज्ञान लेते हुए एसएसपी ने सीओ तृतीय को प्रकरण सौंपा। तब जाकर तथ्यों को समझते हुए छात्रा से तहरीर ली और शनिवार को मामले में मुकदमा दर्ज कराया। इंस्पेक्टर महिला थाना सरिता द्विवेदी ने मुकदमे की पुष्टि करते हुए कहा है कि जांच जारी है।