बिजली चोरी से बढ़ी फॉल्ट की समस्या, बिल भुगतान करने के बाद भी अंधेरे में रहने को मजबूर
शासन की सख्ती और बिजली विभाग द्वारा लगातार अभियान चलाए जाने के बावजूद शहर में कटियामारी पर लगाम नहीं लगा है। बिजली चोरी से शहर का एक तिहाई हिस्सा फाल्ट और लो वोल्टेज का शिकार हो गया है। हर दिन किसी न किसी मोहल्ले में बिजली का भीषण संकट खड़ा हो जाता है। वहीं, बिजली चोरी से विभाग को करोड़ों रुपये की चपत भी लग रही है।
अभियान चलाकर कटियाबाजी के खिलाफ कार्रवाई तो की जा रही है, लेकिन टीम के जाते ही कटियाबाज फिर सक्रिय हो जाते हैं। जनवरी से लेकर अब तक बिजली विभाग ने बिजली चोरी करने वाले लगभग चार से पांच हजार लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई है, लेकिन फिर भी कटियामारी करने वालों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है।
शहर में भीषण गर्मी पड़ रही है और बिजली की समस्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। बिजली व्यवस्था लड़खड़ाने के पीछे सबसे बड़ी वजह कटियामारी बताई जा रही है। शहर के लगभग दो दर्जन से अधिक फीडर लान की समस्या से जूझ रहे हैं। कटियामारी के चलते ट्रांसफॉर्मर पर लोड बढ़ रहा है। ओवरलोडिंग के चलते लो वोल्टेज और बार-बार ट्रिपिंग के साथ ही केबल जलने की समस्या भी आ रही है।
शहर के करीब 25 मोहल्ले प्रतिदिन ट्रिपिंग की समस्या से जूझ रहे हैं। इसमें शहर का सबसे पॉश इलाका सिविल लाइंस भी शामिल है। बिजली की समस्या के कारण ही लोगों को पानी के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। रामबाग, आजाद नगर, जीरो रोड, करेली, भावापुर, जीटीबी नगर, मक्का मस्जिद, गौसनगर, बांसमंडी, चकिया और कालींदिपुरम समेत कई मोहल्लों में रात के समय प्रतिदिन बिजली की किल्लत हो रही है। यहां बड़ी संख्या में आबादी रहती है और इनमें से कई लोग कटियामारी करते हैं।
विभाग के लिए कटियामारी करने वाले चुनौती बने हुए हैं। शहर से लेकर नगर पंचायत व गांवों में लगाए गए ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड हो गए हैं। यही वजह है कि आए दिन ट्रांसफॉर्मर फुंक रहे हैं और तार गल रहे हैं। इससे लोकल फाल्ट की समस्या बनी हुई है।
शहर के कई मोहल्ले खुलेआम कटियाबाजी से रोशन हैं। शहर के सात डिवीजनों में हो रही बिजली आपूर्ति में लगभग तीस फीसदी बिजली कटियाबाजी के जरिए चोरी की जा रही है। इससे बिजली विभाग को प्रतिमाह करोड़ों रुपये की चपत लग रही है। अधिकारियों का मानना है कि जब तक बिजली चोरी पर अंकुश नहीं लगेगा, तब तक व्यवस्था में सुधार लाना टेढ़ी खीर है।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी शंभू कुमार ने बिजली चोरी रोकने के लिए सख्ती से अभियान चलाने की हिदायत दी है। एमडी ने प्रयागराज के सभी अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंताओं को बिजली चोरी रोकने और आपूर्ति में सुधार लाने का निर्देश दिया है।
विभाग के कर्मचारी रोजाना अपने क्षेत्र में चेकिंग कर रहे हैं। बिजली चोरी करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। मोहल्ले के लोग भी विभाग की वेबसाइट पर जाकर बिजली मित्र बन सकते हैं। पहचान जाहिर किए बिना बिजली चोरों के खिलाफ शिकायत की जा सकती है।