पीएम आवास की किस्त देने के लिए पंचायत सचिव ने मांगी रिश्वत, ग्रामीण ने डीएम ऑफिस के सामने किया आत्मदाह, मचा हड़कंप
बाराबंकी: प्रधानमंत्री आवास की दूसरी किस्त न मिलने और सचिव द्वारा रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए एक व्यक्ति ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने खुद को आग लगा ली। हड़कंप के दौरान कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मियों ने आग तो बुझा ली मगर ग्रामीण झुलस गया। पुलिस उसे इलाज के लिए लेकर गई है।
जिलाधिकारी ने रिश्वत मांगने के आरोप में पंचायत सचिव को निलंबित करते हुए पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। रामनगर कोतवाली इलाके के अशोकपुर चांचूसराय गांव निवासी जुबेर बुधवार सुबह अपने बच्चों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचा। उसने डीएम कार्यालय के सामने अचानक ज्वलनशील छिड़क कर खुद को आग लगा ली। इससे हड़कंप मच गया।
आसपास मौजूद कर्मचारी और पुलिसकर्मी तेजी से उसकी तरफ दौड़े। आग तो तुरंत बुझा ली गई मगर जुबेर का सिर और चेहरा झुलस गया। आनन फानन एक वाहन से जुबेर को इलाज के लिए ले जाया गया। जुबेर का कहना था कि बीते साल उसे प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना का लाभ मिला था। प्रथम किस्त 40000 रुपए मिली थी जिससे निर्माण हुआ।
दूसरी किस्त के लिए जियो टैंगिंग होनी थी। मगर पंचायत सचिव ने इसके लिए दस हजार रुपए की मांग की। उसके आवास को गलत जमीन पर बना बताया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम सत्येंद्र कुमार ने बताया कि मामले की जांच के निर्देश दिए गए है। आरोपी पंचायत सचिव को निलंबित कर दूसरी किस्त जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।