गोलगप्पे वाले को अपना पैसा मांगना पड़ा भारी, चंद रुपयों के लिए हैवान बना शख्स
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां गोलगप्पे के नाम पर दुकानदार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। चकेरी में मुफ्त के गोलगप्पे न खिलाने पर युवकों ने दुकानदार को इतनी बेरहमी से पीटा कि उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद पीड़ित परिवार ने आरोपितों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी। मूलरूप से कानपुर देहात के मूसानगर के ग्राम किसवा दरौली निवासी 39 वर्षीय प्रेमचंद्र निषाद गोलगप्पे बेचते थे। उनके परिवार में पत्नी शशि, बेटा अनुज और तीन बेटियां मानसी, प्रियांशी, दिव्यांशी है।
प्रेमचंद्र निषाद 17 वर्षों से परिवार के साथ चकेरी के सफीपुर-1 में कैलाश चंद्र के मकान में किराए पर रह रहे थे। बेटे अनुज ने बताया कि शनिवार रात पिता घर के पास ठेला लगाए थे। इस दौरान इलाके में रहने वाले धीरज व उसके साथियों ने उनसे गोलगप्पे खाए। पिता ने गोलगप्पे के रुपये मांगे तो आरोपितों ने गाली गलौज कर भगा दिया।
रविवार रात दोबारा पिता ने धीरज से गोलगप्पे के रुपये मांगे। इसके बाद उसने अपने साथियों को बुलाकर उन्हें जमकर पीटा। शोर सुनकर इलाकाई लोग दौड़े तो आरोपित धमकाते हुए भाग निकले। घटना के बाद पीड़ित ने घर पहुंचकर पत्नी से सोमवार सुबह पुलिस से शिकायत करने की बात कही।
इस बीच रात में हालत बिगड़ने पर स्वजन ने उन्हें पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
चकेरी थाना प्रभारी अशोक कुमार दुबे ने घटनास्थल पहुंचकर जांच पड़ताल करने के साथ लोगों से पूछताछ की। थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़ित परिवार की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। मामले की जांच पड़ताल कर आरोपितों की तलाश की जा रही है