महिला राजस्व निरीक्षक को विजिलेंस की टीम ने एक लाख की घूस लेते रंगे हाथ दबोचा, नगर निगम परिसर में ही पकड़ी गई
उत्तर प्रदेश के आगरा में विजिलेंस आगरा सेक्टर की टीम ने नगर निगम की राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता को एक लाख रुपये घूस लेते दलाल सहित गिरफ्तार कर लिया। निरीक्षक के पकड़े जाने पर निगम कर्मी जुट गए। बाद में रिश्वत के साथ पकड़े जाने पर शांत हुए। शिप्रा गुप्ता ने कमला नगर के कारोबारी से गृह कर बकाया का नोटिस भेजा था। दो लाख रुपये रिश्वत मांगी थी। टीम ने जाल बिछाकर रंगे हाथ पकड़ लिया। उन्हें मेरठ की विजिलेंस कोर्ट में पेश किया जाएगा।
कमला नगर के ई-ब्लाॅक निवासी करोबारी सुभाष अग्रवाल को एक महीने पहले नगर निगम ने 38 लाख रुपये गृह कर बकाया का नोटिस भेजा था, जबकि उनका गृहकर 31 मार्च 2024 तक का जमा था। इस पर उन्होंने नगर निगम में राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता से बात की।
आरोप है कि उन्होंने पांच लाख रुपये रिश्वत की मांग की। कारोबारी ने रकम देने में असमर्थता जताई। इस पर दलाल सुभाष भी संपर्क में आ गया। रिश्वत की रकम पांच लाख से घटाकर दो लाख रुपये कर दी गई। एक लाख रुपये पहले और एक लाख रुपये बाद में देना तय हुआ। कारोबारी ने रिश्वतखोर अधिकारी को पकड़वाने के लिए 7 जनवरी को विजिलेंस में शिकायत की।
एसपी विजिलेंस शगुन गौतम ने बताया कि शिकायत पर निरीक्षक से जांच कराई। रिश्वत मांगने के आरोप की पुष्टि हुई। इस पर आरोपी अधिकारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया। शिप्रा गुप्ता ने सुभाष को रकम के साथ मंगलवार को नगर निगम में बुलाया। इस पर विजिलेंस की टीम पहुंच गई। राजस्व निरीक्षक दलाल सुभाष के साथ पहुंची थी। उन्होंने गेट के पास बैरियर पर बुलाया। कारोबारी ने रिश्वत की रकम का लिफाफा दिया। शिप्रा गुप्ता के हाथ में लेते ही टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ लिया।
विजिलेंस की गिरफ्त में आई राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता फिरोजाबाद के मोहल्ला जोशियाना की रहने वाली हैं। चर्चा है कि वह दलाल के संपर्क में रहती थीं। विजिलेंस ने भी उन्हें दलाल के साथ ही पकड़ा। विजिलेंस के पकड़ने पर निगमकर्मी आ गए। उन्हें लगा कि निरीक्षक का झगड़ा हो गया। उन्हें कोई अगवा कर ले जा रहा है। बाद में मामला रिश्वत का निकला।