रैली में बोले सीएम सरमा, चार शादियों की व्यवस्था रोकने के लिए समान नागरिक संहिता जरूरी
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य में “चार विवाह” करने और महिलाओं को बच्चा पैदा करने वाली मशीनें बनाने की प्रणाली को समाप्त करने के लिए समान नागरिक संहिता का कार्यान्वयन महत्वपूर्ण है।
असम के मुख्यमंत्री कर्नाटक के कोडागु जिले के शनिवारासंथे मदिकेरी में शनिवार को भाजपा के चुनाव प्रचार के दौरान रोड शो कर रहे थे। उस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, मुस्लिम महिलाओं और बेटियों की चार से ज्यादा शादियां कराई जाती हैं। क्या यह कोई व्यवस्था है? इस व्यवस्था को समाप्त करने के लिए समान नागरिक संहिता अनिवार्य है।
उन्होंने कहा, मुस्लिम बेटियों को डॉक्टर और इंजीनियर बनाया जाना चाहिए, बच्चा पैदा करने वाली मशीन नहीं। भाजपा ने सत्ता में आने पर समान नागरिक संहिता पर काम करने का वादा किया है। मैं इसके लिए बीजेपी को धन्यवाद देना चाहता हूं।” विशेष रूप से भाजपा ने अपने घोषणापत्र में कर्नाटक राज्य में समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन का वादा किया है। भाजपा ने इससे पहले गुजरात और उत्तराखंड विधानसभा चुनावों के दौरान भी समान नागरिक संहिता को लागू करने का वादा किया था।