69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री का घेरा आवास, धक्कामुक्की में गर्भवती महिला हुई बेहोश
लखनऊ: 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में 19000 सीटों पर हुए आरक्षण गड़बड़ी से वंचित आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया। नियुक्ति की मांग कर रहे अभ्यर्थियों को हटाने के दौरान पुलिस से उनकी नोकझोंक व धक्कामुक्की हुई। खींचतान व धक्कामुक्की में गर्भवती अभ्यर्थी रमा यादव बेहोश हो गई। वहीं एक महिला अभ्यर्थी के कपड़े फट गये। पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को जबरन बस में बैठाकर इको गार्डन भेज दिया।
69000 सहायक शिक्षक भर्ती में 19000 सीटों पर हुए आरक्षण गड़बड़ी से वंचित आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थी नियुक्ति की मांग को लेकर बीते दिनों से ईको गार्डेन में धरना दे रहे हैं। इस दौरान अभ्यर्थी कई बार बेसिक शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री आवास, भाजपा कार्यालय तक का घेराव कर प्रदर्शन कर चुके हैं। मांगों पर सुनवाई न होने से नाराज अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव कर प्रदर्शन किया।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाना शुरू किया तो प्रदर्शनकारी सड़क पर बैठ कर नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शन में शामिल सुमित यादव ने बताया कि खीचतान और धक्कामुक्की के दौरान गर्भवती महिला अभ्यर्थी रमा यादव बेहोश हो गई जिन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहीं एक महिला अभ्यर्थी के कपड़े फट गये। उन्होंने बताया कि परिषदीय विद्यालयों की 69000 शिक्षक भर्ती में आरक्षण प्रक्रिया का ठीक से पालन न करने पर आरक्षित वर्ग के अतिरिक्त अभ्यर्थियों की चयन सूची को भी हाईकोर्ट ने रदद करते हुये 13 मार्च 2023 को तीन माह में नियुक्ति करने का फैसला सुनाया था। फैसला के आठ माह बीत जाने के बाद भी कोई प्रक्रिया शुरू नही हुई
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आरक्षण की चोरी, सामाजिक न्याय के साथ अन्याय है। इसलिए 69 हजार शिक्षक भर्ती के संघर्ष में हम भी साथ हैं।
पिछड़ा दलित संयुक्त मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कश्यप और प्रदेश संरक्षक भास्कर सिंह की अगुवाई में बौद्व विहार में बैठक कर आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं ने राष्ट्रपति और राज्यपाल को ईमेल से पत्र भेज कर भर्ती में न्याय देने की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि भर्ती में न्याय न मिलने की वजह से बहुत परेशान है। अभ्यर्थियों ने कहा कि अगर आप न्याय दिलाने में सक्षम नही है तो पीड़ित अभ्यर्थियों को इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान करें। इच्छा मृत्यु की गुहार लगाने वालों में दीपिका राजपूत, पूनम यादव, मालू सिंह चौधरी, नितिन पाल, प्रदीप कुमार कमल, बीबपी डिसूजा, पूजा, पूजा वर्मा, रवि गिरी, शिशुपाल, नर्वदेश्वर राजभर, दीपक, दीप शिक्षा, रामविलास यादव, शिवशंकर, आरके जायसवाल, आरके बघेल, रवि निषाद, शैलेन्द्र, अनुपम यादव आदि शामिल हैं।