मौलाना तौकीर रजा बोले: रामलला से हिंदुओं का प्रेम देख बाबरी पर किया सब्र, लेकिन अब हम एक भी मस्जिद नहीं देंगे
यूपी के बरेली में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि रामलला से हिंदुओं की मोहब्बत और कुर्बानियों को देखते हुए बाबरी मस्जिद पर हमने सब्र किया। अब इसको नजीर बनाकर अगर आप चाहें कि ज्ञानवापी भी ले लें, ईदगाह भी ले लें और दिल्ली की सुनहरी बाग भी ले लें तो ये नहीं हो पाएगा। अब हम एक भी मस्जिद नहीं देंगे।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र आते ही मौलाना ने कहा कि हम हिंदुओं की खुशी में बराबर के शरीक हैं। हमने अमन की खातिर बाबरी मस्जिद के मुद्दे पर सब्र किया और हिंदू भाइयों को खुश होने का अवसर दिया, लेकिन कुछ फिरकापरस्त ताकतें सांप्रदायिक दंगे कराना चाहती हैं और आगे के लिए 1,000 मस्जिदों की सूची लिए बैठी हैं। उनके लिए यही कहना चाहते हैं कि आगे किसी मस्जिद पर दावेदारी की गई या फिर तोड़ने का प्रयास किया गया तो हम मुंहतोड़ जवाब देंगे
मौलाना ने कहा कि दावतनामा नहीं आया है, आता भी तो जाने का सवाल नहीं उठता। हमारी शरीयत इसकी इजाजत नहीं देती। रामभक्तों ने मंदिर के लिए कोशिश की। अदालत ने हमारा स्वामित्व भी माना मगर आस्था के आधार पर उनके पक्ष में फैसला दिया, जिसे हमने स्वीकार कर लिया। पहले राम भक्त कहते थे कि हमारी आस्था कोर्ट से ऊपर है। अब हम भी कर रहे हैं कि हमारी आस्था कोर्ट से ऊपर है।
तौकीर रजा ने उन राम भक्तों के लिए मुबारकबाद पेश की, जिन्होंने राम मंदिर के लिए संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि आम हिंदुओं ने इसके लिए तमाम तकलीफें झेलीं। कहा कि ऐसे रामभक्तों को मैं सलाम करता हूं।