मायावती का जन्मदिन जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाया जाएगा,कार्यक्रमों में नहीं काटा जाएगा केक
लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती का 68वां जन्मदिन 15 जनवरी को सभी जिला मुख्यालयों पर धूमधाम से मनाया तो जाएगा, लेकिन अबकी इस मौके पर न केक कटेगा और न ही कंबल सहित कोई दूसरा सामान या मिठाई बांटी जाएगी। पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और समर्थकों को अपने-अपने घर पर ही परिवार के साथ बहन जी (मायावती) के जन्मदिन का केक काटने के लिए कहा गया है।
मायावती का जन्मदिन प्रत्येक वर्ष 15 जनवरी को जनकल्याणकारी दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। इस अवसर पर प्रदेशभर में आयोजनों के साथ ही बसपा मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मायावती खुद की लिखी ब्लू बुक (मेरे संघर्षमय जीवन एवं बीएसपी मूवमेंट का सफरनामा) का विमोचन करती रही हैं।
बसपा प्रमुख पिछले एक वर्ष के दौरान पार्टी की गतिविधियों का पूरा लेखा-जोखा समेटे रहने वाली ब्लू बुक के 19वें भाग के हिंदी व अंग्रेजी संस्करण का इस बार विमोचन कर सकती हैं। बहन जी के जन्मदिन पर जिला मुख्यालयों पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पदाधिकारियों के साथ ही कार्यकर्ता और समर्थक जुटेंगे।
इस अवसर पर लोगों को चार बार की मायावती सरकार के निर्णयों और उपलब्धियों को बताया जाएगा। यह भी बताया जाएगा कि बसपा अब क्यों नहीं किसी पार्टी से गठबंधन करना चाहती है। गठबंधन से किस तरह बसपा को ही नुकसान होता रहा है। पदाधिकारियों ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान केक काटने या फिर कंबल आदि वितरित करने के लिए चंदा वसूली न हो और वितरण से भगदड़ मचने की आशंका को देखते हुए ही बसपा प्रमुख ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि कार्यक्रम के बाद सभी अपने घर पर परिवार के साथ केक काटें और खुशियां मनाएं।