विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लंदन से दी दिवाली की शुभकामनाएं; भारत की छवि को लेकर कही बड़ी बात
लंदन: विदेश मंत्री एस जयशंकर अपनी पत्नी के साथ ब्रिटेन की यात्रा पर है। इस दौरान जयशंकर ने लंदन में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर (नेस्डेन मंदिर) में दिवाली मनाई। जयशंकर और क्योको ने मंदिर में अभिषेक पूजा भी की। बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर यूरोप का पहला प्रामाणिक और पारंपरिक रूप से निर्मित हिंदू मंदिर है।
पूजा अर्चना के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने दीपों के त्योहार की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “आप सभी को शुभ दिवाली। ऐसे शुभ अवसर पर अपने लोगों के बीच रहने से ज्यादा खुशी की कोई बात नहीं हो सकती। मैं यहां यूनाइटेड किंगडम की यात्रा पर हूं और यह स्वाभाविक है कि दीपावली जैसे अवसर पर, मैं समुदाय के सदस्यों के साथ आने और उनके साथ रहने के अवसर की तलाश कर रहा हूं।”
इस दौरान उन्होंने भारत की केंद्र सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार हर दिन 24 घंटे काम करती है, यह हम सभी जानते हैं। दीपावली के दिन मैं ऋषि सुनक के साथ यूके और भारत के साथ हमारे संबंधों पर चर्चा करने की है। यह इस बात का प्रमाण हूं कि भारत की छवि कितनी बदल गई है।
उन्होंने आगे कहा कि विश्व में भारत की छवि का एक बड़ा हिस्सा वह है जो हम सभी भारत में बनाते हैं, लेकिन इसका एक बड़ा हिस्सा वह भी है जो आप अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में करते हैं। जब भी पीएम मोदी बाहर जाते हैं तो वह भारत माता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का कोई मौका नहीं चूकतें। हमने बेहद कठिन परिस्थितियों में जी-20 की सफल अध्यक्षता की… लेकिन भारत आज सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है। यहां नेतृत्व है, दूरदर्शिता है, सुशासन है।
एस. जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करने और मैत्रीपूर्ण संबंधों को नई गति देने के मकसद से ब्रिटेन के पांच दिवसीय दौरे पर लंदन पहुंचे। विदेश मंत्री ने रविवार को ‘एक्स’ पर कहा कि दीपावली के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। आशा है कि रोशनी का यह त्योहार सभी के जीवन को प्रकाशित करे। शांति, समृद्धि और उत्तम स्वास्थ्य लाएगा।
ब्रिटेन दौरे पर जयशंकर लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान में एक कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं। इसके अलावा सोमवार को उनके लंदन में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित दिवाली स्वागत समारोह को संबोधित करने की संभावना है। वह अगले सप्ताह ‘एक अरब लोग दुनिया को कैसे देखते हैं’ विषय पर चर्चा में शामिल हो सकते हैं।