यूपी बेसिक शिक्षकों के प्रमोशन के लिए फरवरी से शुरू हुई प्रक्रिया अब होगी पूरी, आठ नवंबर तक बन जाएगी पात्रता सूची
लखनऊ: जूनियर बेसिक विद्यालयों के शिक्षकों की पदोन्नति की प्रक्रिया फिर शुरू हो गई है। विभाग ने आठ नवंबर तक प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है।परस्पर तबादले से पहले पदोन्नति होने से शिक्षकों का जोड़ा (पेयर) टूटने का संकट दिख रहा है।
जूनियर बेसिक विद्यालयों के शिक्षकों की पदोन्नति प्रक्रिया फरवरी से चल रही है। मई में वरिष्ठता सूची के परीक्षण के बाद 24 जुलाई तक अपलोड करने के निर्देश दिए गए थे। इस तिथि तक करीब 30 जिलों ने ही सूची अपलोड की थी। बाकी जिलों में यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी। इसके बाद प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई थी। इससे नाराज शिक्षक लगातार धरना-प्रदर्शन कर पदोन्नति पूरी करने की मांग कर रहे थे। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव प्रताप सिंह बघेल ने सभी बीएसए को पत्र भेजकर कहा है कि वे नियमानुसार वरिष्ठता सूची तैयार कर पोर्टल पर अपलोड करें। वरिष्ठता सूची की आपत्ति का निस्तारण कर अंतिम वरिष्ठता सूची 30 अक्तूबर तक अपलोड करें। पात्रता सूची व पदोन्नति की प्रक्रिया आठ नवंबर तक पूरी करें। सभी बीएसए इससे संबंधित प्रमाण पत्र भी देंगे। इस पत्र से तीन महीने बाद शिक्षकों में फिर हलचल मची है।
परस्पर तबादले का इंतजार कर रहे शिक्षक इस कवायद से चिंतित हैं। अगर परस्पर तबादले से पहले पदोन्नति हो गई तो उनके जोड़े टूट जाएंगे। उप्र. बेसिक शिक्षक संघ के निर्भय सिंह कहते हैं कि जिले के अंदर परस्पर तबादले से पहले पदोन्नति होने से सैकड़ों शिक्षकों की घर वापसी की उम्मीद टूट जाएगी। जबकि तबादले की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, सिर्फ रिलीविंग और ज्वाइनिंग बाकी है। अभी वरिष्ठता सूची में एक से दूसरे जिले में तबादला पाए शिक्षकों के नाम भी हटाने हैं। बिना सूची अपडेट किए, पदोन्नति विभाग किस आधार पर करेगा?