फिलिस्तीन के हक में वामपंथी दलों ने उठाई आवाज,साधा पीएम मोदी पर निशाना
लखनऊ। संविधान बचाओ लोकतंत्र बचाओ रैली के दौरान वामपंथी दलों के नेताओं ने फिलिस्तीन का समर्थन करते हुए उनके हक में आवाज उठाने का संकल्प लिया। राजधानी लखनऊ में बुधवार को ईको गार्डेन में आयोजित रैली में जाति आधारित गणना की भी मांग की गई।
नेताओं ने कहा कि केंद्र में सरकार बनाने का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। यहां की 80 सीटों पर भाजपा को हराकर केंद्र में आइएनडीआइए गठबंधन की सरकार बनाने के लिए सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना पड़ेगा।
सीपीआइ के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि केंद्र सरकार गणराज्य की अवधारणा को समाप्त कर रही है। अब जरूरी हो गया है कि भाजपा के विरुद्ध सभी दल एक जुट हो जाएं और केंद्र में भाजपा की सरकार न बनने दें।
उन्होंने देश भर में जाति आधारित गणना की मांग की। भाकपा के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि फिलिस्तीन के गाजापट्टी में 23 लाख लोगों व बच्चों की जान खतरे में है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिलिस्तीन की बजाय इजरायल का समर्थन किया है, लेकिन हम फिलिस्तीन का समर्थन करते हैं।
सीपीआइ महासचिव डी राजा ने कहा कि संविधान खतरे में है। निजीकरण और आरक्षण के नाम पर सरकार लोगों को गुमराह कर रही है। फारवर्ड ब्लाक के महासचिव जी देवराजन, लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष जावेद रजा, सीपीएम नेता सुभाषिनी अली और सीपीआइ के राज्य सचिव हीरालाल यादव ने भी रैली को संबोधित किया।