कौशांबी में ट्रिपल मर्डर से सनसनी:सोते समय तीन लोगों की गोली मारकर हत्‍या

कौशांबी। उत्‍तर प्रदेश के कौशांबी में गुरुवार देर रात जमीनी व‍िवाद में सोते समय गोली मारकर ससुर, बेटी और दामाद की बेरहमी से हत्‍या कर दी गई। ट्र‍िपल मर्डर से पूरे इलाके में दहशत फैल गई। घटना से आक्रोश‍ित स्‍वजनों ने आसपास मौजूद छह से सात घरों में आग लगा दी। ज‍िससे वहां अफरातफरी फैल गई। आग की लपटों के साथ चारो ओर चीखने च‍िल्‍लाने की आवाजें आने लगीं। मौके पर पहुंची पुल‍िस और दमकल ने आग पर काबू पाया। वहीं घटना के बाद पूरे इलाके में भारी संख्‍या में पुल‍िस बल तैनात कर द‍िया गया है।

संदीपन घाट इलाके के पंडा चौराहे पर पिता-पुत्री और दामाद की गोली मारकर हत्या के बाद शुक्रवार सुबह से बवाल मचा है। घरों और दुकानों में आगजनी की वजह से हर तरफ धुआं-धुआं है तो चीख-पुकार के बीच माहौल में गम के साथ भारी गुस्सा भी देखने को मिल रहा है। लापरवाही से नाराज लोगों ने पुलिस-प्रशासन पर पथराव किया जिसमें चकबंदी अधिकारी को चोट लगी। लोगों का गुस्सा भी चकबंदी अधिकारी के प्रति है।

पंडा चौराहे पर झोपड़ी में सोते वक्त 55 वर्षीय होरीलाल, 22 वर्षीय बेटी बृजकली और 24 वर्षीय दामाद शिवशरण की गुरुवार गोली मारकर हत्या के बारे में भोर में लोगों को पता चला।  बृजकली छह माह की गर्भवती थी। भीड़ जुटती गई और फिर आक्रोशित लोगों ने आसपास रहने वाले विरोधियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए आगजनी शुरू कर दी। कई कच्चे घरों, झोपड़ियों तथा गुमटियों को आग के हवाले कर दिया गया।

शिवसागर पास में ही किराये की दुकान लेकर सहज जन सेवा केंद्र चलाता था। गुरुवार की रात होरी लाल अपने दामाद और बेटी के साथ झोपड़ी के बाहरी हिस्से में सो रहा था। परिवार वालों का कहना है कि रात को कुछ लोगों ने तीनों की गोली मारकर हत्या कर दी। सुबह करीब छह बजे स्वजन को घटना की जानकारी तब हुई जब वह मौके पर पहुंचे। पड़ोसियों के घर पर सन्नाटा था। जानकारी होने पर छबिलवा के ग्रामीण भी आ गए।

लोग गांव के बाहर चौराहे तक पथराव और आगजनी करने लगे तो एसपी कौशांबी बृजेश श्रीवास्तव मातहत पुलिस अधिकारियों और पुलिस-पीएसी फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस की मौजूदगी में भी आगजनी होती रही। लोगों ने कहा कि पंडा चौराहा पर होरीलाल की जमीन पर विरोधी परिवार के लोग जबरन कब्जा करने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस-प्रशासन और चकबंदी अधिकारी को कई बार बताया गया लेकिन इसका निस्तारण नहीं किया गया।

यही वजह है कि लोगों ने मौके पर पहुंचे चकबंदी अधिकारी को देखते ही पथराव कर दिया। महिलाओं ने भी ईंट-पत्थर फेंके। पथराव में चकंबदी अधिकारी को अंदरूनी चोट पहुंची। किसी तरह पुलिस बल ने चकबंदी अधिकारी को हटाकर बचाया। बवाल की सूचना पाकर प्रयागराज से मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत और आइजी रेंज चंद्रप्रकाश भी पहुंच गए। कई थानों की पुलिस और पीएसी बुलाकर ग्रामीणों को काबू में करने का प्रयास किया गया। इसके बावजूद नाराज लोगों ने मारे गए पिता-पुत्री और दामाद के शव ट्रैक्टर पर रखकर जीटी रोड पर ले जाने का प्रयास किया ताकि वहां चक्काजाम किया जा सके।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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