तत्कालीन प्रधानाचार्य समेत तीन पर धोखाधड़ी का मुकदमा, रुपये गबन में बैंक मैनेजर के शामिल होने का आरोप
यूपी के फतेहपुर जिले में विद्यालय के तत्कालीन प्रधानाचार्य और उसकी प्रबंध समिति की सदस्य पत्नी व बैंक मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचना, चोरी समेत कई धाराओं में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। मामला कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया गया है। खखरेरू थाना क्षेत्र के गहबरपुर मजरे अंदमऊ निवासी राजेंद्र सिंह पटेल ने एफआईआर में बताया कि श्री सूर्यपाल सिंह पटेल जूनियर हाईस्कूल विद्यालय रक्षपाल चौराहा पर है।
वह स्कूल के 1999 से प्रबंधक हैं। विद्यालय में छोटा भाई परमेंद्र सिंह प्रधानाध्यापक और उसकी पत्नी रुमा देवी प्रबंध कार्यकारिणी की साधारण सदस्य थीं। उसने अनियमितताओं को देखकर समिति से दोनों को हटाने की धमकी दी थी। कुछ दिन बाद रुमा देवी को संस्था के सदस्य से निष्कासित कर दिया। इसकी रंजिश भाई और रुमा देवी मानने लगे। विद्यालय के जिला सहकारी बैंक की शाखा खखरेरू बैंक खाते की जांच में पता लगा कि मैनेजर रामगोविंद सिंह की मिलीभगत से ढाई लाख रुपये उसके फर्जी हस्ताक्षर बनाकर निकाले हैं।
इसके अलावा उसे प्रबंधक पद से हटाने के लिए कूटरचित दस्तावेज रजिस्टार सोसाइटी चिट्स फंड तेलियरगंज प्रयागराज में जमा किए। उसके फर्जी हस्ताक्षर का एक त्यागपत्र 20 मई 2018 को रजिस्टार कार्यालय में जमा किया। इसके बाद तमंचे के बल 24 मार्च 2019 को मारपीट कर एक कागज पर त्याग पत्र भी लिखाया। दूसरे दिन खखरेरू थाने में शिकायती पत्र दिया। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। उसे प्रबंधक पद से हटाने के लिए 22 जून 2020 भाई और उसकी पत्नी विद्यालय की अलमारी से प्रबंध समिति के कागजात ताला तोड़कर चुरा ले गए। एसडीएम से शिकायत की। उन्होंने खखरेरू पुलिस को कार्रवाई के आदेश दिए। कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसने कोर्ट की शरण ली। प्रभारी निरीक्षक अमित सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की गई है