शराब के लिए पैसे नहीं मिले तो पिता ने मासूम बेटे को मार डाला
आजमगढ़ जिले के भदेवा मझौली गांव स्थित पोखरे में कलयुगी पिता ने अपने पांच साल के छोटे बेटे को पोखरी मे डूबो कर मार डाला। आरोपी पिता शराब पीने के लिए पत्नी से पैसे की मांग कर रहा था। पत्नी ने पैसा देने से मना किया तो बेटे को डूबो कर मार डाला। घटना की खबर लगते ही गांव में हड़कंप मच गया। मृतक की मां की सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोपी पिता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
अतरौलिया थाना क्षेत्र के मड़ोही गांव निवासी कार्तिक इन दिनों अपनी मां डाली के साथ ननिहाल भदेवा मझौली आया हुआ था। पिता शनि रस्तोगी पत्नी व बच्चों से मिलने के लिए अपनी ससुराल पहुंचा। ससुराल में वह अपनी पत्नी से शराब पीने के लिए पैसे की मांग की।
पत्नी डाली ने पैसा देने से मना कर दिया तो वह अपने दोनों पुत्रों कार्तिक व कुनाल को लेकर घर से निकल गया। गांव के बाहर स्थित पोखरी के पास पहुंचने पर शनि ने अपने दोनों पुत्रों को पकड़ कर पोखरी में डूबोने लगा। बड़ा पुत्र कुनाल किसी तरह पिता से हाथ छुड़ाकर भाग निकला लेकिन पांच साल का कार्तिक खुद को नहीं बचा पाया। पिता ने अपने ही बेटे को पोखरी में डूबो कर मार डाला।
कुछ देर बाद वह कार्तिक को मृत हाल में कंधे पर लादकर ससुराल पहुंच गया। इसके बाद पत्नी को पुन: धमकी दी कि पैसा दे दो नहीं तो बड़े को भी मार डालूंगा। इस पर पत्नी ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी और कार्तिक को लेकर डॉक्टर के पास गई। जहां डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपी पिता शनि को हिरासत में ले लिया है। मृतक दो भाईयों में छोटा था। घटना से परिजनों के साथ-साथ गांव में कोहराम मच गया है। अतरौलिया एसएचओ प्रमेंद्र सिंह ने कहा कि मृतक के मां की तहरीर पर पुलिस जांच में जुटी है। आरोपी पिता हिरासत में है। जांच व पीएम रिपोर्ट के बाद मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शराब के लिए मासूम बेटे को पोखरी में डुबो कर हत्या करने वाला पिता पत्नी पर हमेशा ही अत्याचार करता रहता था। शराब के लिए पैसे न देने पर मारपीट करना व धमकी देने उसके रोज के दिनचर्या में शामिल था। मां डाली का तो रो-रोकर बुरा हाल है। बेटे के शव से लिपट कर वो पति के जुल्म को बयां कर रही थी।
डाली के अनुसार शादी के बाद से ही पति नशे में धुत हो कर उसे प्रताड़ित करता रहता था। शराब के लिए पैसा न देने पर अक्सर ही बवाल करता था। यही कारण था कि ससुराल में वो कम ही रहती थी। उसका ज्यादा समय मायके में ही गुजरता था। डाली की माने तो पति की नजर उसके पिता की संपत्ति पर भी थी। उसके पिता की सिर्फ पांच पुत्रियां ही थीं, जिसके चलते वो ससुराल की संपत्ति में भी हिस्सा की उम्मीद लगा रखा था। शनि ससुराल पहुंचा तो शराब के लिए पत्नी से पैसा मांगा। पैसा न मिलने पर उसने बेटे को पोखरी में डूबो कर मार डाला।