वाराणसी में बिजली-पानी को तरसी 50 हजार से ज्यादा की आबादी, परेशानी खत्म होने का नहीं ले रही नाम
वाराणसी में चिलचिलाती धूप और गर्मी के बीच बिजली आपूर्ति बेपटरी हो गई है। सुबह भिखारीपुर तिराहे के पास अंडरग्राउंड केबल में खराबी आ गई। इस कारण छह मुहल्लों की बिजली करीब 12 घंटे तक गुल रही। करीब 50 हजार लोग बिजली-पानी के लिए तरस गए। गर्मी ने बेहाल कर दिया। शहर के दूसरे इलाकों में भी अघोषित बिजली कटौती की गई । लो वोल्टेज, ट्रिपिंग और ट्रांसफार्मर जलने की समस्या जस की तस रही है।
भिखारीपुर तिराहे के पास लोक निर्माण विभाग का काम चल रहा है। बीती रात अंडरग्राउंड केबल क्षतिग्रस्त हो गया। इससे 33 हजार केवीए की इनकमिंग लाइन में खराबी आ गई। ककरमत्ता, रानीपुर, जानकी नगर, श्यामानगर, ज्योतिष नगर, संतगोपाल नगर में बिजली गुल हो गई।
स्थानीय लोगों की शिकायत पर बिजली निगम की टीम पहुंची, लेकिन फाल्ट ढूंढने में आठ घंटे लग गए। फाल्ट लोकेटर की मदद से खराबी ढूंढी जा सकी, फिर खराबी दूर की गई। इसमें डेढ़ घंटे का समय लगा और बिजली आपूर्ति बहाल की जा सकी।
लोकल फाल्ट और उपकरण सेविंग के नाम पर कंचनपुर, चितईपुर, मंडुवाडीह, लहरतारा व मुढ़ैला आदि क्षेत्रों में कटौती की गई। भेलूपुर, सिगरा, लंका, मैदागिन, मदनपुरा में भी बिजली की आंख मिचौली जारी रही। ट्रिपिंग व लो वोल्टेज की समस्या ने ज्यादा परेशान किया है।
तुलसी नगर ट्रांसफार्मर जलने से करीब पांच घंटे तक आपूर्ति ठप रही। पहले ट्रांसफार्मर जला तो बिजली निगम ने ट्राली ट्रांसफार्मर लगवा दिया। इसके बावजूद राहत नहीं मिल सकी। कुछ देर बाद ही ट्राली ट्रांसफार्मर में भी आग लग गई। निगम प्रबंधन के मुताबिक, ओवरलोडिंग की वजह से ट्रांसफार्मर जले हैं। ट्रांसफार्मर सुबह धू-धू करके जल गया। क्षेत्र के लोगों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। बाद में मामले की सूचना बिजली निगम के आला अधिकारियों को दी गई। बिजली कर्मियों ने ट्रांसफार्मर को उतार कर ट्राली ट्रांसफार्मर लगाकर क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी। कुछ घंटे बाद ही दूसरा ट्रांसफार्मर भी जल गया। इस कारण बिजली आपूर्ति बाधित रही।
बिजली कटौती से नाराज तमाम लोग सड़क पर उतर आए। बिजली उपकेंद्र का घेराव करके नारेबाजी भी की। मातापुरम काॅलोनी मडाव के लोगों का कहना था कि पिछले पांच दिनों से बिजली कटौती की जा रही है। केबल जलने, ट्रिपिंग व लो वोल्टेज की परेशानी भी है। कई बार शिकायत की गई, लेकिन उचित समाधान नहीं मिला। बिजली कटौती से पेयजल की समस्या गहराई है। मामले की सूचना पर एसडीओ सतीश कुमार, जेई सत्येंद्र कुमार ने मौके पर पहुंचे और केबल बदलने का भरोसा दिलाकर प्रदर्शन खत्म कराया।
गर्मी में एसी, कूलर व पंखों का ज्यादा उपयोग किया जाता है। बिजली की मांग बढ़ी है। ओवरलोडिंग की वजह से फाल्ट हो रहे हैं। टीम बनाकर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराई जा रही है। ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाई जा रही है। फाल्ट जल्द ठीक कराने के प्रयास किए जा रहे हैं