कानपुर में तीन अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़, इंटरनेशनल कॉल को लोकल बना रहे थे शातिर, दो लोग गिरफ्तार

कानपुर में यूपी एटीएस ने शहर के अलग-अलग स्थानों पर चल रहे तीन अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश कर दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग अवैध एक्सचेंज से मध्य पूर्वी देशों से आने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉल को लोकल कॉल में परिवर्तित कर सरकार को चूना लगा रहे थे।

पुलिस द्वारा पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान कर्नलगंज थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस स्थित पैराडाइज अपार्टमेंट निवासी शाहिद जमाल और बेकनगंज निवासी मिर्जा असद के रूप में हुई है। इन लोगों के पास से चार हजार से ज्यादा प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड मिले हैं।

दसवीं पास शाहिद एक एक्सचेंज पैराडाइज अपार्टमेंट में अपने फ्लैट के बेडरूम में चलाता था, जबकि दूसरे एक्सचेंज के लिए उसने गंगा विहार जाजमऊ की रहने वाली रजिया अतहर आशमी से केडीए कॉलोनी जाजमऊ का मकान किराये पर लिया था।

तीसरा एक्सचेंज शाहिद ने मिर्जा असद की मदद से शुरू किया, जिसके लिए असद ने जरीब चौकी के पास स्थित नवाब साहब का हाता गांधीनगर में एक मकान किराये पर लिया था। इन अवैध एक्सचेंज से न केवल केंद्र सरकार को आर्थिक नुकसान हो रहा था, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर भी खतरा था।

एटीएस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं इन एक्सचेंज के जरिये आतंकवादी संगठनों ने तो देश में बैठे अपने लोगों से संपर्क नहीं किया। साथ ही उन रिटेलर्स की भी जानकारी जुटा रही है, जिन्होंने सिम मुहैया कराए। हाल में एटीएस ने कानपुर से बांग्लादेशियों और रोहिंग्या नागरिकों को गिरफ्तार किया था।

दोनों आरोपियों के पास से 17 सिम बॉक्स, चार राउटर-मॉडम, छह मोबाइल, दो लैपटॉप, एयरटेल व बीएसएनएल के 4059 प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड, केवल, इन्वर्टर, पॉवर केवल, चार्जर एडाप्टर, यूएसबी केबल, पॉवर एक्सटेंशन बोर्ड आदि सामान बरामद हुआ है।

अवैध एक्सचेंज का सरगना मुंबई निवासी नाजिम नसीम खान उर्फ नाजिम पटेल फरार है। उसकी तलाश में एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड) की एक टीम मुंबई के लिए रवाना हो गई है। एटीएस का दावा है कि बरामदगी के आधार पर यह अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है।

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