मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में गोरखनाथ मंदिर में शुरू हुई श्रीमद्भागवत, रुद्राभिषेक कर निकाली कलशयात्रा

गोरखनाथ मंदिर परिसर में बने नौ देवी-देवताओं के नवीन मंदिरों में विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत पुराण कथा ज्ञानयज्ञ और श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ का शुभारंभ मुख्यमंत्री एवं गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में शुरू हुआ। 21 मई को इन धार्मिक अनुष्ठानों की पूर्णता के साथ गोरक्षपीठाधीश्वर सभी देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे।

गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का रसपान वृंदावन से पधारे डॉ श्याम सुंदर पाराशर कराएंगे। शुभारंभ के अवसर पर  सुबह 7 बजे मानसरोवर मंदिर, अंधियारी बाग में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने रुद्राभिषेक किया। इसके बाद उनके नेतृत्व व मार्गदर्शन में श्रीमद्भागवत कथा की भव्य कलशयात्रा निकाली गई। कलशयात्रा में रथ पर सभी नौ नवीन देव विग्रहों की रथयात्रा भी निकाली गई।

कलशयात्रा गोरखनाथ मंदिर की यज्ञशाला पर समाप्त हुई। इसके बाद श्रीमद्भागवत महापुराण पोथी को कथास्थल महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में वैदिक विधिविधान से प्रतिष्ठित किया गया। कथा तीन बजे से सायंकाल छह बजे तक प्रति दिन सुनाई जाएगी।

योगी कमलनाथ ने बताया कि 15 मई से 21 मई तक श्रीलक्ष्मीनारायण महायज्ञ का आयोजन भी गोरखनाथ मंदिर की यज्ञशाला में होगा। इसमें प्रतिदिन प्रातः आठ बजे से 12 बजे तक तथा अपराह्न दो बजे से पांच बजे तक अलग-अलग धार्मिक अनुष्ठान होंगे। यज्ञाचार्य की भूमिका का निर्वहन मंदिर के मुख्य पुरोहित पंडित रामानुज त्रिपाठी वैदिक करेंगे।

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